G20 Meet 2023 | पीएम मोदी ने कहा, जी20 को अहम भूमिका निभानी है, बहुपक्षवाद आज संकट में है

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G20 विदेश मंत्रियों की बैठक (FMM) भारत की अध्यक्षता में नई दिल्ली में 1-2 मार्च, 2023 से भौतिक प्रारूप में हो रही हैं। भारत द्वारा आमंत्रित गैर-जी20 सदस्यों सहित 40 देशों के प्रतिनिधि और बहुपक्षीय संगठन भाग ले रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों को संबोधित किया। उन्होंने विश्व स्तर पर भारत के बढ़ते प्रभाव के बारे में बात की। जी20 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा हम ऐसे समय में मिल रहे हैं, जब दुनिया विभिन्न मुद्दों पर व्यापक स्तर पर बंटी हुई है। जी20 की भारत की अध्यक्षता में ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ का विषय दर्शाता है कि मुद्दों पर एकजुटता और संयुक्त कार्रवाई की जरूरत है ।
 

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 बैठक में कहा वर्षों की प्रगति के बाद, आज हम सतत विकास लक्ष्यों की ओर पीछे हटने के जोखिम में हैं। कई विकासशील देश अपने लोगों के लिए खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश करते हुए अस्थिर ऋण से जूझ रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में वित्तीय संकट, जलवायु परिवर्तन, महामारी, आतंकवाद और युद्ध स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि वैश्विक शासन अपने दोनों जनादेशों में विफल रहा है। हमें यह भी स्वीकार करना चाहिए कि इस असफलता का दुखद परिणाम विकासशील देशों को सबसे अधिक भुगतना पड़ रहा है।
 

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जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक में पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं G20 विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए भारत में आपका स्वागत करता हूं। यह एकता, एक उद्देश्य और कार्रवाई की एकता की आवश्यकता का संकेत देता है। मुझे उम्मीद है कि आज की आपकी बैठक आम और ठोस उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए एक साथ आने की भावना को दर्शाएगी।
आपको बता दें कि विदेश मंत्रियों की बैठक जी-20 की सबसे महत्वपूर्ण बैठकों में से एक है। जी20 के विदेश मंत्रियों की बैठक बेंगलुरु में जी20 सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की एक बैठक के कुछ दिनों बाद हो रही है, जो पश्चिमी शक्तियों और रूस-चीन गठबंधन के बीच यूक्रेन को लेकर तीखे मतभेदों को लेकर एक संयुक्त विज्ञप्ति जारी करने में विफल रही। 





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