Sharad Pawar 40 साल में पहली बार रायगढ़ किले गए, इसका श्रेय अजित पवार को जाता है: फडणवीस

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महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विभाजन के बाद राजनीतिक मजबूरियों के कारण शरद पवार को ‘‘40 वर्षों में पहली बार’’ ऐतिहासिक रायगढ़ किले का दौरा करना पड़ा।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के नेता शरद पवार पर कटाक्ष करते हुए फडणवीस ने कहा कि राकांपा नेता एवं उपमुख्यमंत्री अजित पवार को अपने चाचा के रायगढ़ किले जाने का श्रेय दिया जाना चाहिए।

इससे पहले दिन में, शरद पवार ने निर्वाचन आयोग द्वारा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) समूह को आवंटित चुनाव चिह्न-‘तुरहा (पारंपरिक तुरही) बजाते हुए आदमी’ का शनिवार को अनावरण किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता फडणवीस ने पुणे में पत्रकारों से कहा, ‘‘अजित दादा के (गत जुलाई में राज्य सरकार में शामिल होने) संबंधी रुख अपनाने के बाद, शरद पवार ने पिछले 40 वर्षों में पहली बार रायगढ़ किले का दौरा किया। इसका श्रेय अजित पवार को जाता है।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवारों के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और राज्य विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के नाम को अंतिम रूप दे दिया गया है, फडणवीस ने इस संबंध में सीधा जवाब नहीं दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘सिर्फ शुरुआती चर्चा के बाद ही उम्मीदवार तय नहीं किया जाता। हम महायुति (शिवसेना, भाजपा और राकांपा को मिलाकर) के उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने से पहले कुछ बैठकें करेंगे।



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