पंजाब में खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दूसरे दिन भी पूरे राज्य में सर्च ऑपरेशन जोर शोर से चला हुआ है। इस अभियान को लेकर कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के फरार रहने के बीच पंजाब पुलिस को जालंधर जिले में एक लावारिस कार मिली है, जिसमें से एक राइफल और कई दर्जन कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस ने हथियार बरामद किए और कहा कि इसकी संभावना है कि काले रंग की यह कार शनिवार को अमृतपाल के काफिले का हिस्सा थी।
उन्होंने बताया कि यही कार एक दिन पहले एक वीडियो में नजर आई थी। पुलिस ने बताया कि कार में से एक राइफल, 57 कारतूस, एक तलवार और एक पंजीकरण संख्या प्लेट मिली है। जालंधर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वर्णदीप सिंह ने कहा कि कार जालंधर के शाहकोट में सलेमा गांव में लावारिस अवस्था में मिली। सिंह ने कहा, ‘‘हमें पता चला था कि सलेमा गांव में एक लावारिस वाहन मिला है। वहां वाहन की चाभी भी पड़ी थी। एक निजी वॉकी टॉकी, .315 बोर की एक राइफल और 57 कारतूस बरामद किए गए हैं।’’ अधिकारियों ने बताया कि पंजाब सरकार ने शनिवार को अमृतपाल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की और उसके नेतृत्व वाले एक संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि जालंधर जिले में अमृतपाल के काफिले को रोका गया था, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
पड़ोसी राज्यों की सीमा पर बढ़ी सुरक्षा
पंजाब सरकार की ओर से शुरू की गई कार्रवाई के मद्देनजर राज्य से लगती हिमाचल प्रदेश की सीमाओं पर सुरक्षा जांच बढ़ा दी गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। ऊना के पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि नंगल और गगरेट की हर जांच चौकी पर संदिग्ध दिखने वाले सभी वाहनों की तलाशी लेने के साथ ही वहां कड़ी निगरानी रखी जा रही है। ठाकुर के मुताबिक, ऊना पुलिस ने हिमाचल-पंजाब सीमा पर बथरी, मारवाड़ी, संतोषगढ़ और मेहतपुर में कई जगहों पर बैरिकेड लगाए हैं और भारी संख्या में अपने जवानों की तैनाती की है। ठाकुर ने लोगों से शांत और संयमित रहने की अपील की। उन्होंने लोगों से कहा है कि अगर वे अपने क्षेत्र में किसी भी अवांछित तत्व को देखते हैं, तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें।