महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए: Uddhav Thackeray

स्टोरी शेयर करें


मुंबई। शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर शनिवार को हमले तेज करते हुए उसे बर्खास्त करने और राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की। ठाकरे ने दो दिन पहले मुंबई के दहिसर में उनकी पार्टी के नेता अभिषेक घोसालकर (40) की गोली मारकर हत्या किए जाने की घटना के मद्देनजर यह मांग की। उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हैं। हम यह भी मांग करते हैं कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए और नए सिरे से चुनाव कराए जाएं।’’ 
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार पर गुंडों को बचाने का भी आरोप लगाया। ठाकरे ने कहा, ‘‘अगर पुलिस को खुली छूट दी जाए, तो वह 24 घंटे में सभी गुंडों को सलाखों के पीछे डाल सकती है, लेकिन गुंडों को सरकार का समर्थन प्राप्त है।’’ उन्होंने घोसालकर की हत्या के तरीके पर भी सवाल उठाए। शिवसेना (यूबीटी) नेता विनोद घोसालकर के बेटे अभिषेक घोसालकर (40) की बृहस्पतिवार शाम उत्तरी उपनगर बोरीवली (पश्चिम) में एक ‘सामाजिक कार्यकर्ता’ ने ‘फेसबुक लाइव’ सत्र के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी थी। 
हमलावर मौरिस नोरोन्हा ने कुछ देर बाद खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली। ठाकरे ने कहा कि ‘फेसबुक लाइव’ से यह पता नहीं चलता कि नोरोन्हा ने घोसालकर की हत्या की। उन्होंने कहा, ‘‘घोसालकर की हत्या के बाद नोरोन्हा ने आत्महत्या क्यों की?’’ ठाकरे ने कहा, ‘‘मौरिस के पास कोई लाइसेंसी हथियार नहीं था, लेकिन उसने गोली चलाने के लिए अपने अंगरक्षक की पिस्तौल का इस्तेमाल किया। क्या गोलियां मौरिस ने चलाई थीं या किसी और ने? क्या किसी ने दोनों की हत्या के लिए सुपारी दी थी?’’ इससे पहले दो फरवरी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक गणपत गायकवाड़ ने मुंबई के निकट उल्हासनगर में एक पुलिस थाने के अंदर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक स्थानीय नेता को गोली मार दी थी। इस हमले में शिवसेना नेता गंभीर रूप से घायल हो गए थे। 
 

इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र के मंत्री भुजबल को ‘धमकी भरा’ पत्र मिला, पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाई

ठाकरे ने कहा, ‘‘गणपत गायकवाड़ का वीडियो लीक हो गया। (घोसालकर मामले में) यह हर कोई देख सकता है कि घोसालकर पर गोलियां चलाई जा रही हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि गोलियां किसने चलाईं।’’ उन्होंने इस घटना पर राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस की टिप्पणियों के लिए उन्हें ‘‘निर्दयी’’ करार दिया और कहा कि राज्य के गृह मंत्री ‘‘मानसिक रूप से बीमार’’ हैं। फडणवीस ने मीडिया से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में विपक्ष के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया था। फडणवीस ने कहा था, “यह (घोसालकर की हत्या) बहुत गंभीर घटना है, लेकिन अगर कोई कुत्ता भी किसी वाहन के नीचे आ जाए, तो भी वे (विपक्षी दल) गृह मंत्री का इस्तीफा मांगने लगेंगे।



स्टोरी शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Pin It on Pinterest

Advertisements