केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के बाद देश में व्याप्त जातिवाद, भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण और वंशवाद की राजनीति को पिछले 10 वर्षों में समाप्त कर दिया है।
शाह ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आजादी के बाद जातिवाद, भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण और वंशवाद की राजनीति हावी रही। मोदी जी ने पिछले 10 वर्षों में इन्हें खत्म कर दिया है।’’
उन्होंने कहा कि नक्सलवाद, आतंकवाद और उग्रवाद ‘‘अपनी अंतिम सांसें गिन रहे हैं।’’
शाह ने कहा कि फिलहाल लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है – एक जो देश को विकसित राष्ट्र बनाना चाहती है और दूसरी, जो वंशवाद का पोषण करती है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘(विपक्षी) ‘इंडिया’ गठबंधन वंशवादी राजनीति का गठजोड़ है। सोनिया गांधी चाहती हैं कि उनका बेटा प्रधानमंत्री बने।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता शाह ने दावा किया कि राकांपा संस्थापक शरद पवार अपनी बेटी, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी अपने भतीजे, राजद प्रमुख लालू प्रसाद अपने बेटे और द्रमुक प्रमुख एम.के. स्टालिन अपने बेटे को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि लगभग 100 करोड़ लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि इन क्षेत्रों में हिंसा में 70 प्रतिशत की कमी आई है और आतंकवाद तथा उग्रवाद के कारण होने वाली मौतों में 72 प्रतिशत की कमी आई है।
उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘अगर हम संसद (भवन) बनाते हैं, तो वे कहते हैं कि इसकी क्या जरूरत है।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस 20 साल से लगातार राहुल गांधी को ‘‘लॉन्च’’ कर रही है।
शाह ने दावा किया, ‘‘उन्होंने राहुल गांधी को एक नए रूप के साथ ‘लॉन्च’ किया, लेकिन यह रॉकेट ‘लॉन्च’ नहीं हुआ। इसके बजाय, इसका हर बार उल्टा असर होता है। वे फिर से उसी रॉकेट के साथ सामने आए हैं।’’
केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस के एक सांसद ने कहा है कि देश को उत्तर और दक्षिण में बांट देना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना आजाद और महात्मा गांधी जैसे नेताओं की पार्टी को क्या हो गया है? यहां तक कि पार्टी खुद को ऐसे बयानों से दूर भी नहीं रख सकी। आप ऐसी बात कैसे कह सकते हैं? मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि कोई भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं कर सकता, क्योंकि नरेन्द्र मोदी सरकार है।