ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की ओर से दो दिन पहले इंदौर-1 विधानसभा सीट से पर्चा भरने वाले 40 वर्षीय उम्मीदवार को जिलाबदर किए जाने के आदेश का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
इंदौर से करीब 130 किलोमीटर दूर खरगोन कस्बे में पिछले साल रामनवमी पर हुए सांप्रदायिक दंगों के आरोपियों में शामिल एआईएमआईएम नेता का दावा है कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश’’ के तहत कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, यासिर पठान के आपराधिक गतिविधियों में कथित तौर पर शामिल रहने के कारण खरगोन के प्रशासन ने 13 मार्च को आदेश जारी किया था कि वह खरगोन के साथ ही इंदौर और आस-पास के अन्य जिलों की राजस्व सीमाओं में साल भर तक प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अमरेंद्र सिंह ने बताया,‘‘पठान इंदौर के खजराना क्षेत्र में 30 अक्टूबर को घूमते पाए गए और जिलाबदर के आदेश के उल्लंघन के कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।’’
सिंह ने बताया कि पठान के खिलाफ मध्यप्रदेश राज्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया और तय कानूनी प्रक्रियाओं के बाद उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया।
खरगोन के कोतवाली थाने के प्रभारी बीएल मंडलोई ने बताया कि जिलाबदर किए गए पठान खरगोन दंगों के आरोपियों में शामिल हैं और दंगों के मामले में उनकी पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है।
पठान ने फोन पर बातचीत के दौरान दावा किया कि सरकारी तंत्र उनके खिलाफ ‘‘राजनीतिक साजिश’’ के तहत कार्रवाई कर रहा है।
उन्होंने कहा कि वह इंदौर-1 से एआईएमआईएम के अधिकृत प्रत्याशी हैं और अपने कानूनी सलाहकारों से राय-मशविरे के बाद विस्तृत रूप से अपना पक्ष रखेंगे।
पठान ने विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नामांकन की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर को एआईएमआईएम उम्मीदवार के तौर पर इंदौर-1 सीट से पर्चा भरा।
इस सीट के उम्मीदवारों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मौजूदा कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला शामिल हैं और मुख्य चुनावी जंग इन दोनों के बीच ही मानी जा रही है।
पठान ने अपने हलफनामे में खरगोन के कोतवाली थाने में दर्ज दो आपराधिक मामलों का ब्योरा दिया है।