लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच निर्वाचन आयोग ने कर्नाटक में मतदाता सूची का संक्षिप्त पुनरीक्षण शुरू किया

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अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को कर्नाटक में मतदाता सूची का संक्षिप्त पुनरीक्षण शुरू कर दिया।
आयोग ने कहा कि यह प्रक्रिया नौ दिसंबर तक जारी रहेगी और इस दौरान नाम और पते में सुधार के लिए आवेदन जमा किये जा सकते हैं और अंतिम मतदाता सूची पांच जनवरी को प्रकाशित की जाएगी।
आयोग की ओर से साझा की गयी मसौदा मतदाता सूची-2024 के अनुसार, कर्नाटक में सामान्य मतदाताओं की कुल संख्या 5,33,77,162 है, जिसमें 2,68,02,838 पुरुष और 2,65,69,428 महिलाएं शामिल हैं।
इसने कहा कि अंतिम मतदाता सूची-2023 के अनुसार मतदान केंद्रों की संख्या 58,282 थी, जबकि मसौदा मतदाता सूची-2024 के अनुसार यह आंकड़ा 58,834 है।

इसमें कहा गया है, ‘‘कुल 845 मतदान केंद्र जोड़े गए, 293 का विलय कर दिया गया और विशुद्ध रूप से 552 मतदान केंद्रों की वृद्धि हुई है।’’
कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी मनोज कुमार मीणा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसलिए, हम सभी नागरिकों से अनुरोध करते हैं कि वे कृपया मतदाता सूची में अपना नाम और सभी विवरण जांच लें। यदि विवरण में कोई गलती है, तो आप सुधार के लिए फॉर्म-आठ का उपयोग कर सकते हैं।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘यदि आपका नाम इसमें नहीं है और यदि आप अभी 18 वर्ष के हैं, तो आप अपना नाम दर्ज कराने के लिए फॉर्म-छह का उपयोग कर सकते हैं। आप मतदाता सेवा पोर्टल या मतदाता हेल्पलाइन मोबाइल ऐप का उपयोग करके ऐसा कर सकते हैं। ये बहुत ही सरल ऐप हैं।’’
आयोग के अनुसार, 224 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूची का मसौदा सभी जिलों के उपायुक्तों, निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों, सहायक मतदाता सूची पंजीकरण अधिकारियों और उनके अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी मतदान केंद्रों के कार्यालयों में आम जानकारी के लिए 27 अक्टूबर को प्रकाशित किया गया है।

मीणा ने कहा, “यदि मतदाता सूची में किसी के नाम या किसी प्रविष्टि के संबंध में कोई आपत्ति है, तो आप फॉर्म-सात में आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। इसका इस्तेमाल नाम हटाने और आपत्तियां दर्ज करने के लिए भी किया जा सकता है। नौ दिसंबर के बाद, 27 दिसंबर तक, हम इन सभी दावों और आपत्तियों का निपटारा करेंगे और पांच जनवरी को हम अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित करेंगे।”
मीणा ने कहा कि छूटे हुए मतदाताओं, विशेष रूप से महिला मतदाता, युवा मतदाता, सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग जैसे ट्रांसजेंडर मतदाता, यौनकर्मी और खानाबदोश जनजातियों के मतदाताओं को सूची में शामिल करने के लिए 18-19 नवंबर और 2-3 दिसंबर को एक विशेष अभियान चलाया जाएगा।
आयोग ने कहा कि 224 विधानसभा क्षेत्रों में से बेंगलुरु दक्षिण में मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक (7,06,207) और चिक्कमगलुरु जिले के शृंगेरी में सबसे कम (1,66,907) है।



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