संसद के भीतर विपक्षी सांसदों के माइक को ऑफ किए जाने का मुद्दा इन दिनों सुर्खियों में है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की तरफ से 6 मार्च को ब्रिटेन के हाउस ऑफ पार्लियामेंट में माइक ऑफ पर दिए बयान का विवाद अभी थमा नहीं था कि कांग्रेस के लोकसभा में संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने माइक ऑफ को लेकर ओम बिरला को पत्र तक लिख दिया। लेकिन गैर बीजेपी शासित राज्य केरल की विधानसभा में भी माइक ऑफ किए जाने का मामला सामने आया है। कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष के विरोध के बीच केरल विधानसभा को स्पीकर ए एन शमशीर के दिन की कार्यवाही के साथ शुरू होने के तुरंत बाद स्थगित कर दिया गया। विधानसभा 20 मार्च को फिर से शुरू होगी।
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विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विपक्ष के नेता वी डी सतीसन को प्रश्नकाल के दौरान सदन के मार्शलों पर कथित हमले के संबंध में यूडीएफ विधायकों के खिलाफ गैर-जमानती अपराध के मामले दर्ज करने का मुद्दा उठाने की अनुमति देने से इनकार करने के बाद विरोध शुरू हो गया। विधानसभा में सवाल-जवाब सत्र के दौरान स्पीकर शमशीर ने विपक्ष के नेता सतीसन का माइक्रोफोन बंद कर दिया।
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विपक्ष के नेता ने विधानसभा में बोलते हुए कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्थिति ऐसी हो गई है कि यहां शिकायतकर्ताओं को अपराधी बनाया जा रहा है। ब्रह्मपुरम की घटना को लेकर पिछले दिनों विधानसभा में विरोध करने वाले विधायकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सतीसन 15 मार्च को राज्य विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय के सामने हुए हंगामे के संबंध में विपक्षी विधायकों के खिलाफ केरल पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने का जिक्र कर रहे थे। विधायक सनीश कुमार और वॉच एंड वार्ड कर्मचारी शीना की शिकायतों के आधार पर दो मामले दर्ज किए गए थे।