Manipur Violence पर अमित शाह की अपील, सभी समूहों को शांति बनाए रखनी चाहिए, राज्य का दौरा करूंगा

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मणिपुर में तीन सप्ताह पहले शुरू हुई हिंसा में 70 से अधिक लोगों की मौत हुई है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। इन सब के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा बयान दिया है। अमित शाह ने गुवाहाटी में कहा मणिपुर के लोगों से शांति और सभी विवादों को बातचीत से सुलझाने की अपील करता हूं। उन्होंने कहा कि सभी विवादों को सुलझाने के लिए मणिपुर की यात्रा करूंगा, लेकिन सभी समूहों को शांति बनाए रखनी चाहिए। अपने बयान में उन्होंने कहा कि मणिपुर में एक अदालत के फैसले के बाद झड़पें हुईं। मैं दोनों समूहों से अपील करूंगा कि वे शांति बनाए रखें, सबके साथ न्याय किया जाएगा। 
 

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शाह ने आगे कहा कि मैं खुद कुछ दिनों बाद मणिपुर जाऊंगा और वहां तीन दिन रहूंगा और शांति स्थापित करने के लिए मणिपुर के लोगों से बात करूंगा। राज्य में वर्तमान में सेना और असम राइफल्स के करीब 10,000 जवान तैनात हैं। सुरक्षा बल ड्रोन और चीता हेलीकॉप्टरों से हवाई निगरानी कर रहे हैं। राज्य के अंदर और बाहर सोशल मीडिया पर नफरत और दुश्मनी फैलाने वालों के खिलाफ समय रहते कार्रवाई की जा रही है। दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज असम दौरे पर हैं। उन्होंने गुवाहाटी में ‘असम पुलिस सेवा सेतु’ पोर्टल का शुभारंभ किया।
 

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इससे पहले मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पूर्वोत्तर राज्य के कुकी बहुल जिलों के लिए अलग प्रशासन की 10 विधायकों की मांग पर कहा कि ‘‘मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता की हर कीमत पर रक्षा की जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं कि ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन’ नामक शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले उग्रवादी अपने निर्धारित शिविरों में लौट जाए। मुख्यमंत्री ने लोगों से इस महीने की शुरुआत में बहुसंख्यक मेइती और कुकी समुदायों के बीच हुए जातीय दंगों के बाद राज्य के संवेदनशील दौर से गुजरने के मद्देनजर धरना या रैलियां न करने की भी अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि दंगों के बीच राज्य में राजमार्गों पर कुछ समूहों द्वारा लगाए गए अवरोधकों को हटाने के लिए बल का प्रयोग नहीं किया जाएगा और इसके बजाय ‘‘इन प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने के प्रयास किए जाएंगे।’’





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