Prabhasakshi Exclusive: ऐसे तो युद्ध में ज्यादा समय तक नहीं टिक पायेगा Ukraine, जीत के एकदम करीब दिख रहा है Russia!

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प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) से जानना चाहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध अब किस दिशा में आगे बढ़ रहा है? हमने यह भी जानना चाहा कि यूक्रेन को अमेरिकी कांग्रेस से बड़ी मुश्किल से वित्तीय मदद तो मिल गयी है लेकिन क्या अब इस तरह से यूक्रेन के लिए युद्ध जारी रख पाना संभव होगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि दो वर्ष की अवधि पूर्ण करने की ओर बढ़ रहा यह युद्ध अब तक किसी निर्णय पर नहीं पहुँचा है। उन्होंने कहा कि वैसे दुनिया जानती है कि रूस की जीत तय है लेकिन उसे जीत से दूर रखने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने अब तक पूरा जी-जान लगा रखा था लेकिन अब उनका भी धैर्य समाप्त होने लगा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में चूंकि इस साल राष्ट्रपति चुनाव भी हैं इसलिए यूक्रेन को मदद जारी रखने या नहीं रखने को लेकर राजनीतिक मतभेद बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि ऐसी स्थिति इस पूरे साल बनी रही तो यूक्रेन युद्ध के मैदान में ज्यादा समय तक नहीं टिका रह पायेगा।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इसके अलावा इस मामले में ताजा खबर यह है कि नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक में चेतावनी दी है कि यूक्रेन के लिए नई सैन्य सहायता में अमेरिकी कांग्रेस की देरी का पहले से ही युद्ध के मैदान पर असर पड़ रहा है। जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि उन्हें अब भी विश्वास है कि कांग्रेस अंततः रुके हुए $60 बिलियन डॉलर के पैकेज को भी मंजूरी दे देगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यूक्रेन ने कहा है कि उसकी अर्थव्यवस्था ढहने की कगार पर है और युद्ध से तबाह हुए प्रतिष्ठानों के पुनर्निर्माण के लिए पैसा नहीं बचा है और काम के टलने से लागत बढ़ रही है।

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ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इसके अलावा एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा है कि यूक्रेन अवदीवका में एक युद्धाभ्यास कर रहा है। साथ ही, यूक्रेन ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया है, जो तीन तरफ से रूसी सेनाओं से घिरा हुआ है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा इस सप्ताह गुरुवार को यूक्रेन ने कहा कि रूसी हवाई और मिसाइल हमलों के बाद खेरसॉन और खार्किव में चार लोग मारे गए; जबकि रूसी सीमावर्ती शहर बेलगोरोड के अधिकारियों ने कहा कि यूक्रेनी रॉकेट हमले में कम से कम सात लोग मारे गए।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इसके अलावा फ्रांस और यूक्रेन ने सुरक्षा पर एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। उन्होंने कहा कि इस समझौते और मदद मांगने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की फ्रांस और जर्मनी के दौरे पर हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा ब्रिटिश रक्षा सचिव ग्रांट शाप्स ने कहा है कि ब्रिटेन यूक्रेन के लिए लातविया के साथ एक प्रमुख ड्रोन क्षमता विकसित करेगा। उन्होंने कहा कि साथ ही एक खबर यह भी है कि यूक्रेनी सैन्य खुफिया ने यह दावा तेज कर दिया है कि यूक्रेन में रूसी सैनिक स्टारलिंक उपग्रह इंटरनेट टर्मिनलों का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वॉल स्ट्रीट जर्नल में कहा गया कि रूसियों के पास हजारों की संख्या में ये सुविधाएं हैं और वे दूसरे देशों से इन्हें खरीदकर “काफी लंबे समय से” इनका इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उधर स्टारलिंक ने कहा है कि वह रूस में या उसके साथ कोई व्यवसाय नहीं करता है, लेकिन वह इस बात से इंकार करने या इसका खंडन करने में विफल रहा है कि रूसी किसी तरह उसके टर्मिनल को प्राप्त कर रहे हैं और यूक्रेनी क्षेत्र में उनका उपयोग कर रहे हैं। 



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