वेटिकन ने बृहस्पतिवार को कहा कि पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट सोलहवें अपने होश-ओ-हवास में हैं, हालांकि उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
एक दिन पहले अधिकारियों ने खुलासा किया था कि 95-वर्षीय पोप का स्वास्थ्य हाल में बिगड़ गया था।
वेटिकन के प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी के एक बयान में कहा गया है कि पोप फ्रांसिस ने “इस मुश्किल वक्त में उनका (पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट सोलहवें का) साथ देने के लिए” निरंतर प्रार्थना करने के लिए कहा है।
फ्रांसिस ने बुधवार को खुलासा किया कि बेनेडिक्ट “बहुत बीमार” हैं और वह वेटिकन गार्डन स्थित उनके घर पर उनसे मिलने गए, जहां वह 2013 में सेवामुक्त होने के बाद से रह रहे हैं।
वेटिकन ने बाद में कहा कि बेनेडिक्ट का स्वास्थ्य हाल के घंटों में बिगड़ गया था, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है, क्योंकि चिकित्सक लगातार उनके स्वास्थ्य पर नजर रख रहे हैं।
बीते 600 वर्षों में बेनेडिक्ट सेवानिवृत्त होने वाले पहले पोप बने। उन्होंने 2013 में अपना पद छोड़ दिया था और वेटिकन गार्डन में एक परिवर्तित मठ में एकांत में अपनी जीवन जीने का विकल्प चुना।
कुछ ही लोगों ने उनकी सेवानिवृत्ति की उम्मीद की थी। उन्हें सेवानिवृत्त हुए नौ साल बीत चुके हैं और वह आठ साल तक पोप के पद पर रहे थे।
ब्रूनी ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘बेनेडिक्ट ने रात को किसी तरह आराम किया, लेकिन आज वह पूरी तरह चेतनावस्था में हैं। उनकी हालत फिलहाल स्थिर है।”
उन्होंने कहा, ‘‘पोप फ्रांसिस ने उनके लिए प्रार्थना करने और इस कठिन वक्त में उनका साथ देने के लिए नये सिरे से अनुरोध किया है।”
उनके आह्वान पर रोम के धर्मप्रांत ने शुक्रवार को बेनेडिक्ट के सम्मान में रोम के बिशप के रूप में उनकी क्षमता में बेनेडिक्ट के पूर्व बेसिलिका सेंट जॉन लेटरन में एक विशेष प्रार्थना निर्धारित की।
बेनेडिक्ट के गिरते स्वास्थ्य के बारे में तुरंत सवाल उठे कि जब उनकी मृत्यु होगी तो क्या होगा?
एक पूर्व पोप के अंतिम संस्कार की अध्यक्षता एक मौजूदा पोप के करने की अभूतपूर्व वास्तविकता को देखते हुए लोगों के मन में सवाल हैं।
अधिकांश वैटिकन विशेषज्ञों को उम्मीद है कि कोई भी अंतिम संस्कार रोम के किसी भी सेवानिवृत्त बिशप के समान होगा, हालांकि इसमेंराज्य के पूर्व प्रमुखों के साथ-साथ बेनेडिक्ट की मातृभूमि जर्मनी के तीर्थयात्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी हो सकता है।