पोप बेनेडिक्ट सोलहवें की मातृभूमि बवेरिया में लोगों ने बृहस्पतिवार को सेवानिवृत्त बिशप के लिए प्रार्थना की। वह वेटिकन के लिए जर्मनी छोड़ने के 40 साल बाद और उनके इस्तीफे के लगभग एक दशक बाद भी इस क्षेत्र के लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।
जर्मनी के छोटे से शहर मार्कटल ऐम इन के सेंट ओसवाल्ड चर्च में, 95 साल से अधिक समय पहले जोसेफ रैत्जिंगर नाम के एक भविष्य के पोप का बपतिस्मा (ईसाई चर्च का विधिवत सदस्य बनने का संस्कार) हुआ था।
यहां स्थानीय चर्च की प्रमुख सैंड्रा मेयर ने बेनेडिक्ट की एक मढ़ी हुई तस्वीर लगाई और उसके सामने लाल मोमबत्ती जलाकर ग्रामवासियों की प्रार्थना सभा का बंदोबस्त किया।
मेयर का बपतिस्मा भी इसी गिरजाघर में हुआ था। उन्होंने कहा कि वह बुधवार को बेनेडिक्ट का स्वास्थ्य बिगड़ने की वेटिकन से आई “खबर से हिल गईं”।
उन्होंने कहा, “मैं चाहती हूं कि उनके (बेनेडिक्ट सोलहवें के) लिए अब समय आसान हो और उन्हें कष्ट न हो।”
मेयर (50) ने व्यक्तिगत रूप से उनसे दो बार मुलाकात को याद करते हुए कहा, “हमें यहां मार्कटल में गर्व है कि हमारे पास एक बवेरियन पोप है।”
उन्होंने कहा, “वह एक अच्छे आदमी हैं और अच्छे पोप थे।”
वेटिकन ने बृहस्पतिवार को कहा कि पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट सोलहवें अपने होश-ओ-हवास में हैं, हालांकि उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
एक दिन पहले अधिकारियों ने खुलासा किया था कि 95-वर्षीय पोप का स्वास्थ्य हाल में बिगड़ गया था।
वेटिकन के प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी के एक बयान में कहा गया है कि पोप फ्रांसिस ने “इस मुश्किल वक्त में उनका (पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट सोलहवें का) साथ देने के लिए” निरंतर प्रार्थना करने के लिए कहा है।