नकदी संकट झेल रहे पाकिस्तान में ‘टेक्नोक्रेट’ की कार्यवाहक सरकार गठित करने की अफवाहों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसपर चिंता जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ऐसा प्रस्ताव पर विचार कर रही है।
टेक्नोक्रेट सरकार से आशय प्राय: ऐसे पेशेवर लोगों की सदस्यता वाली सरकार से रहता है जिन्हें तकनीकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम का अनुभव है।
संघीय राजस्व ब्यूरो (एफबीआर) के पूर्व अध्यक्ष शब्बार जैदी ने मंगलवार को एक निजी टीवी समाचार चैनल के साथ एक साक्षात्कार में कहा था कि वर्तमान सरकार को विशेषज्ञों से युक्त एक कार्यवाहक व्यवस्था के साथ बदलने के लिए चर्चा चल रही थी।
ऐसा माना जाता है कि ऐसी सरकार लगभग ढाई साल तक शासन करेगी और अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए ऐसे कठोर निर्णय लेगी जिन्हें निर्वाचित सरकार जनता का समर्थन खोने के डर से नहीं ले पा रही है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के 70 वर्षीय अध्यक्ष इमरान खान ने बुधवार शाम को वरिष्ठ पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान कहा, ‘‘ढाई साल के लिए पाकिस्तान में एक टेक्नोक्रेट सरकार गठित करने के बारे में अफवाह है और यह मुझे ये मानने के लिए मजबूर करता है कि शहबाज शरीफ सरकार जल्द ही आम चुनाव कराने में दिलचस्पी नहीं रखती है।’’
खान ने टेक्नोक्रेट सरकार गठित करने के खिलाफ आगाह करते हुए कहा कि मध्यावधि चुनाव कराने में केवल सैन्य प्रतिष्ठान की भूमिका होती है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिष्ठान का अर्थ है सेना प्रमुख। आर्थिक और आतंकवाद सहित देश की अन्य समस्याओं के समाधान के रूप में शहबाज शरीफ की सरकार की तुलना में प्रतिष्ठान को जल्द चुनाव कराने के लिए राजी करना अधिक महत्वपूर्ण है।