न्यूरालिंक एक ऐसी डिवाइस डिवेलप कर रही है, जो आपके कंप्यूटर, मोबाइल फोन या दूसरी डिवाइसेज को सीधे मस्तिष्क की गतिविधियों से कंट्रोल कर सकेगी। इस डिवाइस का सबसे ज्यादा फायदा दिव्यांगों और पैरालाइसिस की चपेट में आए लोगों को होगा। अपने ट्वीट में न्यूरालिंक ने लिखा है कि एफडीए की मंजूरी मिलना एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है। कंपनी ने कहा कि उसकी तकनीक एक दिन कई लोगों की मदद कर पाएगी।
We are excited to share that we have received the FDA’s approval to launch our first-in-human clinical study!
This is the result of incredible work by the Neuralink team in close collaboration with the FDA and represents an important first step that will one day allow our…
— Neuralink (@neuralink) May 25, 2023
न्यूरालिंक जिस डिवाइस पर काम कर रही है, उसे ‘लिंक’ नाम दिया गया है। इसका आकार सिक्के जितना है। डिवाइस की मदद से पैरालाइस व्यक्ति सिर्फ सोचकर ही अपना स्मार्टफोन ऑपरेट कर सकेगा। कंपनी ने कई जानवरों के दिमाग में डिवाइस लगाकर टेस्ट किया था। पिछले साल एक वीडियो में बताया गया था कि कैसे एक बंदर ने अपने दिमाग का इस्तेमाल गेम खेलने के लिए किया।
न्यूरालिंक कहती आई है कि उसका मकसद न्यूरोलॉजिकल विकारों से पीड़ित लोगों के लिए जीवन को आसान बनाना है। कंपनी काफी वक्त से अमेरिकी सरकार से ह्यूमन ट्रायल की मंजूरी चाह रही थी। अब जाकर उसकी कोशिश कामयाब हुई है। ह्यूमन ट्रायल में न्यूरालिंक को कितनी कामयाबी मिलेगी, अभी कहना मुश्किल है। प्रयोग के दौरान कई जानवरों की मौत हो गई थी। कंपनी पर पशु क्रूरता के आरोप लगे थे, जिन्हें मस्क ने खारिज कर दिया था।
न्यूरालिंक चाहती थी कि उसे साल 2020 तक इंसानों पर ट्रायल की इजाजत मिल जाए, लेकिन इसमें देरी हुई है। इस प्रोजेक्ट पर दुनिया की निगाहें हैं। ह्यूमन ट्रायल में कोई भी गड़बड़ी हुई, तो कंपनी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। हालांकि मस्क को डिवाइस पर पूरा भरोसा है। पिछले साल उन्होंने यहां तक कह दिया था कि वह इसे अपने बच्चों पर भी लगाने को तैयार हैं।
मेट्रोयूके की एक रिपोर्ट के अनुसार, न्यूरालिंक अकेली कंपनी नहीं है, जो ऐसी डिवाइस बना रही है। सिंक्रोन (Synchron) नाम की कंपनी अमेरिका में एक मरीज पर अपनी ब्रेन चिप लगा चुकी है। कंपनी को 2021 में अमेरिकी सरकार से मंजूरी मिली थी। सिंक्रोन ने ऑस्ट्रेलिया में भी 4 लोगों पर स्टडी पूरी कर ली है।
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