सत्ता परिवर्तन के बाद छात्रा की 51 हजार की पुरस्कार राशि देना भूली सरकार

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सतना. जिले की मेधावी छात्रा शचि धतुरहा को 11 महीने से इंतजार है प्रदेश सरकार की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता की पुरस्कार राशि का। शचि ऩे इस प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल किया था। सरकार की ओर से आयोजित समारोह में प्रशस्ति पत्र के साथ 50 हजार रुपए की पुरस्कार राशि का प्रतीकात्मक चेक तो दिया गया, पर असल में पुरस्कार राशि अब तक नहीं मिली। शचि ने इस बाबत राज्य के खाद्य सुरक्षा प्रशासन को कई मेल भी किया। साथ ही संबंधित अधिकारियों से बात भी की लेकिन कोई हल नहीं निकला।

बता दें कि खाद्य पदार्थों में मिलावट के विरुद्ध सरकार ने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया था। इसके तहत जन जागरुकता के लिए राज्य स्तरीय निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में सतना की मेधावी छात्रा शचि ने भाग लिया और जिले में अव्वल आई। फिर उसने राज्य स्तर पर भी प्रथम स्थान हासिल किया। इसके लिए उसे पुरस्कार के रूप में उसे 51 हजार रुपये दिया जाना था।

वैसे इस प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत करने के लिए 10 फरवरी 2020 को भोपाल के रवींद्र भवन में आयोजित सम्मान समारोह में तत्कालीन लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने शचि को प्रशस्ति पत्र के साथ 50 हजार रुपए की पुरस्कार राशि का प्रतीकात्मक चेक भेंट किया। जिला स्तर पर उसके बैंक एकाउंट का सत्यापन भी कराया गया लेकिन 10 महीने बीतने को हैं पर अब तक पुरस्कार की राशि खाते में नहीं पहुंची।

“अगर, ऐसा है तो यह विषय शासन स्तर पर संबधित विभाग के संज्ञान में लाते हुए मेधावी छात्रा की पुरस्कार राशि का भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा।”-अजय कटेसरिया,कलेक्टर सतना



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