अनूपपुर। कोतमा में शासकीय स्तर पर आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मंच पर कोतमा विधायक द्वारा कलेक्टर साहब आप तो अपनी कलेक्ट्ररी कीजिए, हम देख लेंगे की धमकी शनिवार को भारी पड़ गई, जब प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त टीम ने नियमों के विपरीत संचालित विधायक के क्रेशर को सील कर दिया। संयुक्त टीम में पर्यावरण विभाग की ओर प्रदूषण बोर्ड शहडोल और दूसरी कार्रवाई खनिज विभाग की ओर से की गई थी। इन दो विभागों की ओर से की गई कार्रवाई में खनिज विभाग ने क्रेशर की अनुज्ञप्ति निरस्त कर दी। वहीं सम्भावना है कि प्रदूषण बोर्ड द्वारा इसे भविष्य में डिस्मेंटल भी कराया जाएगा। बताया जाता है कि शनिवार की शाम ४ बजे एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी, तहसीलदार भागीरथी लहरे, कोतमा तहसीलदार मनीष शुक्ला, प्रदूषण बोर्ड शहडोल अधिकारी, खनिज अधिकारी सहित दो खनिज निरीक्षक, कोतमा थाना अमला ने कोतमा-गोहड्रा मार्ग स्थित कोतमा विधायक सुनील सराफ के नाम संचालित क्रेशर पर पहुंचे, जहां बिना बाउंड्रीबॉल और रहवासी क्षेत्र के समीप संचालित हो रही क्रेशर को तत्काल सील कर दिया। वहीं खनिज विभाग ने क्रेशर की अनुज्ञप्ति निरस्त करने की कार्रवाई की। जानकारी के अनुसार कोतमा निकाय की सीमा में संचालित चार क्रेशर के डस्ट और आवाज से हो रही परेशानी पर 27 जून को नगरपालिका अध्यक्ष कोतमा माहिनी वर्मा ने कलेक्टर को पत्राचार किया था। जिसमें कलेक्टर के २ जुलाई के पत्र पर प्रदूषण विभाग ने खनिज विभाग से ९ जुलाई को पत्र लिखकर क्रेशरों के नाम व पता की जानकारी मांगी थी। इस प्रक्रिया के बाद 26 दिसम्बर को कलेक्टर के निर्देश पर कार्रवाई की गई है।
बॉक्स: पर्यावरण और खनिज प्रावधानों की अनदेखी
एसडीएम कमलेश पुरी ने बताया कि वर्तमान क्रेशर रहवासी क्षेत्र के समीप संचालित था, और पर्यावरण और खनिज विभाग के गाइडलाइन को पूरा नहीं कर रहा था। क्रेशर से २०० मीटर की दूरी पर स्कूल, छात्रावास संचालित है। वहीं २५० मीटर की दूरी पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोतमा संचालित हो रहा है। जबकि पर्यावरण और खनिज प्रावधानों के अनुसार रहवासी क्षेत्र से क्रेशर नहीं संचालित हो सकता। रहवासी क्षेत्र से कम से कम १ किलोमीटर दूर होना चाहिए था। इसके अलावा क्रेशर के चारो ओर १०-१२ फीट उंची कोई बॉउंड्रीबॉल भी नहीं बनाई गई थी, खुले में क्रेशर संचालित हो रहा था।
बॉक्स: सडक़ के दोबारा शिलान्यास पर विधायक ने खोया था आपा
कोतमा में हाल के दिनों में प्रदेश खाद्य मंत्री बिसाहूलाल की११५ करोड़ की विकास योजनाओं के दौरान मंच पर नहीं बोलने दिए जाने से नाराज विधायक सुनील सराफ ने आपा खोते हुए मंच पर उपस्थित अतिथियों से उलझ गए। इस दौरान मंत्री ने भी बैठने की बात कही। लेकिन वह नहीं मानी, इसी दौरान कलेक्टर द्वारा शांत होकर बैठने की अपील की गई तो विधायक ने कलेक्टर को ही कलेक्ट्ररी करने की नसीहत दे डाली और राजीनीति नहीं करने की बात कहते हुए देख लेने की बात कही।
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