ददुआ डकैत का राइट हैंड राधे हुआ जेल से रिहा

स्टोरी शेयर करें

सपा के पूर्व विधायक ने किया स्वागत

सतना। तीन दशक तक जंगल में एकछत्र राज्य कायम कर खौफ की दुनिया में हनक रखने वाले दस्यु सम्राट ददुआ के दाहिना हाथ व गैंग के मास्टरमाइंड बागी राधे उर्फ सूबेदार सिंह की हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद चित्रकूट के रगौली जेल से रिहाई हो गई। राधे के जेल से रिहा होते ही सपा पूर्व विधायक वीर सिंह पटेल व उनके बेटे अरिमर्दन सिंह (सोनू) व सैकड़ों की संख्या में पहुंचे समर्थकों ने फूल मालाओं से स्वागत किया। जेल से रिहा राधे उर्फ सूबेदार सिंह ने कहा कि अब समाज के बीच रहकर समाज सेवा करूंगा।

बता दे कि डकैत राधे पर एक सैकड़ा से अधिक अपराधिक मामले यूपी और एमपी में दर्ज थे। यूपी एमपी के तराई क्षेत्र में तीन दशक से अधिक समय तक दुर्दांत डकैत ददुआ ने आतंक की बादशाहत का अपना साम्राज्य बनाए रखा। ददुआ के जीते जी कभी भी पुलिस उस तक नहीं पहुंच पाई है। उसकी एक तस्वीर के अलावा कोई दूसरी फोटो तक नहीं रही।तमाम सफेदपोशों के संरक्षण में रहने वाले ददुआ सियासत में भी कभी प्रभाव था। तराई में बैलेट पर बुलेट भारी थी। जीत उसी के कदम चूमती थी जिसे ददुआ का साथ मिलता था। डकैत ददुआ और राधे बंदूक की नोक पर अपने एक इशारे पर सफेदपोशों को सांसद, विधायक,जिला पंचायत,नगर परिषदों और ग्राम प्रधान बनाने का मद्दा रखते थे। बड़े बड़े राजनीतिक नेता इनसे चुनाव में सलाह और सहयोग लेते थे अर्थात यू पी में चुनाव के समय कई राजनीतिक प्रत्याशियों की हार जीत का सेहरा इन्ही के दम पर बांधता था। 2007 में ददुआ के मारे जाने के बाद गैंग की कमान राधे ऊर्फ सूबेदार के हाथ आ गई लेकिन ददुआ के मारे जाने के बाद 2008 में राधे ने अपने चार साथियों के साथ सतना एमपी के बरौंधा थाने में सरेंडर कर दिया था। राधे ऊर्फ सूबेदार चित्रकूट जनपद के कर्वी कोतवाली अंतर्गत सपहा का मूल निवासी है। सुनिए, जेल से छूटने के बाद राधे ने क्या कहा –


स्टोरी शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Pin It on Pinterest

Advertisements