पद्मजा त्रिपाठी का जन्म रीवा जिले के छोटे से गांव नीवी में हुआ था। दादा विनायक प्रसाद त्रिपाठी सेवानिवृत्त अध्यापक हैं। पिता त्र्यंबकमणि त्रिपाठी उत्तर प्रदेश में कृषि विभाग में अपर निदेशक के पद में पदस्थ है। पिता की सेवा की वजह बेटी को बार-बार स्कूल बदलना पड़ा लेकिन वह हमेशा मेरिट में अपना स्थान बना रही थी। उसे उत्तर प्रदेश के मेरिट लिस्ट में कई बार सम्मान मिल चुका है।
पद्मजा त्रिपाठी का पहले ही प्रयास में जेईई में इंजीनियरिंग के लिए चयन हुआ था लेकिन उसे छोड़कर हैदराबाद में फैशन डिजाइनिंग करने चली गई। पद्मजा त्रिपाठी सिविल सर्विसेज की तैयारी करना चाहती थी। इसी दौरान उनका चयन आदित्य बिरला ग्रुप बेंगलुरु में हुआ था। एक वर्ष नौकरी करने के बाद वह नौकरी छोड़कर लखनऊ में अपने पिता के पास चली गई। कई परीक्षाएं क्वालीफाई करने के बाद देश सेवा के लिए जाने का मन बना लिया।
2020 में सीडीएस की परीक्षा और 2022 में वायुसेना के लिए हैदराबाद एकेडमी में प्रशिक्षण प्राप्त कर फ्लाइंग ऑफिसर बनी है। रीवा की बेटी पद्मजा त्रिपाठी के चयन पर जिले वासियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है।