नीमच। HDFC बैंक नीमच के कर्मचारी का 6.5 करोड़ का घोटाला ऑडिट में पकड़ा गया है। बैंक में इस वित्तीय वर्ष की ऑडिट हो रही थी। गत तीन चार दिन से कुछ गड़बड़ी मालुम पड़ी तो बैंक प्रबंधन ने प्रयास किया कि ऊपर ही ऊपर बिना किसी के कानोकान खबर लगे मामला निपट जाए बैंक द्वारा आरोपी कर्मचारी से उक्त रकम जमा कराने के लिए कहा गया। पहले तो आरोपी कर्मचारी रितेश ठाकुर ने साफ मना कर दिया लेकिन जब उसे CCTV के प्रमाण के बारे में बताया तो उसने जैसे तैसे 1.5 करोड़ रु बैंक में पंहुचा दिए। प्रबंधन इस गुथ्थी में उलझा रहा और इधर आरोपी ने परिवार सहित नीमच छोड़ने का प्लान बना कर परिवार सहित फरार हो गया। आरोपी कर्मचारी कैश जमा करने वाली मशीन की जिम्मेदारी संभालता था। ऐसा बताया जा रहा है कि आरोपी कर्मचारी ने तकनीकि गड़बड़ी कर कैश डिपाजिट मशीन की कैश डिपॉजिट लीमिट में हेरफेर कर दिया था। इसके कारण कैश डिपाजिट मशीन में जितना रुपया जमा होता था, वो खातेदार के खाते में तो जमा हो जाता था लेकिन मशीन में केश डिपॉजिट की सीमा पूर्व में 50 लाख है तो वो 45 ही जमा करती थी। और जो 5 लाख बचते थे रितेश अपने पास रख लेता था। इस प्रकार लगभग 6.5 करोड़ रकम की हेराफेरी की गई। इधर रितेश के फरार हो जाने पर प्रबंधन के द्वारा नीमच केंट पुलिस में FIR लिखवाई गई। नीमच केंट के थाना प्रभारी योगेंद्र सिह सिसोदिया ने बताया कि फिलहाल आरोपी फरार है जिसकी पतासाजी की जा रही है।