जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि भोपाल के एक कॉलेज के छात्र ने फरवरी माह में ऑनलाइन क्लास के दौरान महिला प्रोफेसर के मजे लेने के लिए पोर्न वीडियो चला दी थी। इस दौरान एक छात्र उसी कॉलेज का था और दूसरा छात्र उसका दोस्त था। आरोपी छात्र अपने दोस्त को ऑनलाइन क्लास की लिंग शेयर कर उसे फर्जी आईडी से लड़की की आईडी बनाकर क्लास में जुड़ लेता था। इसके बाद दोनों छात्र ऑनलाइन क्लास में अश्लील हरकत जैसे प्राईवेट पार्ट दिखाना और अश्लील वीडियो, फोटो भेजना ऐसी हरकत करते थे। इस दौरान इन्होंने महिला प्रोफेसरों को पर्सनल नंबर पर भी अश्लील वीडियो और मैसेज भेजे थे। करीब 20 दिन पहले या शिकायत प्रोफेसरों द्वारा स्टेट साइबर को की गई थी, स्टेट साइबर में टेक्निकल एनालिसिस और कड़ी मेहनत के बाद इन्हें 20 दिन में दोनों आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है।
बिहार के रहने वाले हैं आरोपी छात्र
दोनों छात्र बिहार के रहने वाले हैं और राजधानी भोपाल में पढ़ाई कर रहे हैं। एक विद्यार्थी नीट की तैयारी कर रहा है तो दूसरा छात्र जो मुख्य आरोपी है वह उसी कॉलेज में पढ़कर ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा है। साइबर पुलिस ने लोकेशन के आधार पर दोनों को पकड़ने में सफलता हासिल की है।
बैकग्राउंड के आधार पर आरोपियों को पकड़ा
एसपी साइबर वैभव श्रीवास्तव ने बताया जहां पर आरोपी छात्रों ने यह वीडियो बनाया था उसके बैकग्राउंड के आधार पर और वहां पर लगे टीवी के कनेक्शन के बोर्ड के माध्यम से लोकेशन निकाली तो पता चला कि यह एक किराए का मकान है। जहां छात्र रहते हैं और वहां जब छात्रों से पूछताछ की तो आरोपी पकड़े गए। पुलिस की पूछताछ में आरोपी छात्रों ने जुर्म कबूल किया। इसके बाद कोर्ट में पेश कर दोनों को जेल भेज दिया गया है।
प्रोफेसरों के मजे लेने और एग्जाम रुकवाने करते थे हरकत
बताया जा रहा है कि दोनों छात्रों ने यह हरकत मजे के लिए और एग्जाम रुकवाने के लिए की थी। इससे पहले भी कॉलेज लाइफ में इस तरह की हरकत ये दोनों छात्र कर चुके हैं। इस मामले में करीब 7 प्रोफेसरों के आवेदन पुलिस को मिले है। दोनों के पुराने अपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है
साइबर एसपी की अपील- अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें
वहीं, स्टेट साइबर एसपी वैभव श्रीवास्तव ने माता-पिता से अपील की है कि जो छात्र पढ़ाई कर रहे हैं और वह उनसे दूर है तो वह अपने बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान रखें और उनके बारे में अधिक से अधिक जानकारी उनके दोस्तों और उनके पढ़ाने वाले शिक्षकों से लेते रहें। पकड़े गए आरोपियों को पोर्न साइट देखने का ज्यादा शौक था और इसी शौक के चलते वह कई बार फर्जी आईडी से जुड़ कर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है।