दरअसल, सीएमएस इंफो सिस्टम लिमिटेड कंपनी अपने अनुबंध के तहत अलग-अलग बैंक के एटीएम में पैसा भरने का काम करती है। इस कंपनी ने भिंड में अपने दो कर्मचारियों आशीष और सतेंद्र को भिंड के एटीएम में पैसा भरने का कार्य सौंप रखा था। इसी बात का फायदा आशीष और सत्येंद्र ने उठाया। इन दोनों कर्मचारियों ने मिलकर भिंड के 15 एटीएम में भरी जाने वाली रकम में से कुछ कुछ पैसा बचाना शुरू कर दिया।
दोनों कर्मचारी जानते थे कि एटीएम में रकम डालते वक्त मशीन नोट नहीं गिन पाती है। इसी बात का दोनों कर्मचारियों ने फायदा उठाया और हर बार रकम भरते समय उसमें से कुछ पैसे बचाते रहे। कुछ महीने में ही दोनों कर्मचारियों ने मिलकर सवा करोड़ रुपए का गबन कर दिया। कंपनी की तरफ से जब ऑडिट करवाया गया तो पता चला कि एटीएम में रकम ज्यादा डाली गई है लेकिन आहरण कम हो रहा है।
इसके बाद जांच की गई तो पूरे गबन का खुलासा हो गया। दोनों कर्मचारियों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली। इसके बाद कंपनी की तरफ से सिटी कोतवाली में आशीष और सत्येंद्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस ने अब केस की जांच शुरू कर दी है। भिंड एसपी शैलेंद्र सिंह ने कहा कि कंपनी के अधिकारियों ने शिकायत की है, उसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है।