उप्र में लगातार छह वर्ष तक मुख्यमंत्री रहने का योगी ने रिकॉर्ड बनाया, रामलला के किये दर्शन

स्टोरी शेयर करें


लखनऊ/अयोध्या। उत्तर प्रदेश में लगातार छह वर्ष तक मुख्यमंत्री पद पर रहने का नया रिकॉर्ड बनाने के बाद योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह अयोध्या पहुंचकर हनुमानगढ़ी में संकट मोचन हनुमान जी और रामलला के दर्शन-पूजन किए तथा आरती एवं परिक्रमा की।
उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गोरक्षपीठ के महंत योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनायी थी और योगी ने 19 मार्च, 2017 को पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को दोबारा बहुमत मिलने के बाद योगी ने 25 मार्च, 2022 को पुनः: मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
योगी ने छह वर्ष का कार्यकाल पूरा होने की वर्षगांठ और राज्‍य में लगातार सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड बनाने पर रविवार को सुबह अयोध्या पहुंचकर सबसे पहले हनुमानगढ़ी के दर्शन-पूजन किए। संकट मोचन हनुमान जी के दर्शन कर योगी आदित्यनाथ ने सुखी-स्वस्थ उत्तर प्रदेश की कामना की।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने रामलला के दर्शन-पूजन किए और आरती एवं परिक्रमा की। उन्होंने राम मंदिर निर्माण की प्रगति भी जानी। इसके पहले अयोध्या पहुंचने पर राम कथा हेलीपैड पर मुख्यमंत्री को सलामी दी गई।
रविवार को यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा 18 मार्च 2017 को हुई थी और अगले दिन उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को काशी में बाबा विश्वनाथ दरबार में मत्था टेका था और काल भैरव के दर पर भी शीश झुकाया था।

बयान में कहा गया कि बाबा विश्वनाथ एवं श्री राम-संकट मोचन हनुमान के आशीर्वाद से योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के लगातार सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड भी स्थापित किय़ा। रामलला दर्शन के उपरांत श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को स्मृति चिन्ह प्रदान किया।
लखनऊ में शनिवार को एक समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल का छह वर्ष पूरा होने पर कहा , ‘‘शायद आप लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होगी कि आज की तारीख और दिन हम सबके लिए बहुत महत्वपूर्ण है, उत्तर प्रदेश वासियों के लिए भी आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज ही के दिन अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के छह वर्ष का पूरा कर रहे हैं।’’
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘मैं कह सकता हूं कि आज तक इतने लंबे समय तक (राज्य में) कोई मुख्यमंत्री नहीं रहा है, डॉक्टर संपूर्णानंद जी अब तक के सबसे अधिक समय तक रहने वाले मुख्यमंत्री थे, लेकिन उनके रिकॉर्ड को किसी ने तोड़ा है तो योगी आदित्यनाथ जी ने।’’

गौरतलब है कि डॉक्टर संपूर्णानंद ने 28 दिसंबर 1954 को पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और उनका कार्यकाल नौ अप्रैल 1957 तक रहा। डॉक्टर संपूर्णानंद ने दोबारा 10 अप्रैल 1957 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और छह दिसंबर 1960 तक वह इस पद पर बने रहे। डॉक्टर संपूर्णानंद के कार्यकाल का लगातार छह वर्ष पूरा होने में कुछ दिन अवशेष रह गया था।
रामलला के दर्शन के उपरांत योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर निर्माण की प्रगति जानी। चंपत राय ने मुख्यमंत्री को निर्माण से जुड़ी जानकारी दी। योगी आदित्यनाथ ने यहां कार्य कर रहे मजदूरों से भी हालचाल पूछा।

गौरतलब है कि मंदिर का 70 फीसदी निर्माण पूरा कर लिया गया है। मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
योगी आदित्‍यनाथ ने अशर्फी भवन पीठ के अंतर्गत नवनिर्मित श्रीरामकृतु स्तंभ एवं श्रीरामलला भवन के लोकार्पण पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा क,‘‘ श्री राम जन्मभूमि पर रामलला के विराजमान होने के पूर्व यहां श्रीरामकृतु के भव्य लोकार्पण का कार्यक्रम संपन्न हुआ, यह मेरे लिए प्रफुल्लित करने वाला क्षण है।’’
उन्होंने कहा, यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस पवित्र स्थल पर नाम और नामी दोनों विराजमान हैं। रामचरित मानस में कलियुग केवल नाम अधारा, सुमरि-सुमरि नर उतरहिं पारा यानी कलियुग में नाम का महत्व है। उसके बारे में भी कहा गया है कि जप से सौ गुना अधिक पुण्य नाम लिखने से मिलता है।

यहां जारी एक बयान में योगी ने कहा, यहां 28 करोड़ नाम रामकृतु में संरक्षित किए गए हैं, इसमें निरंतर वृद्धि होती दिखाई देगी और इसका पुण्य अनंत काल तक हमें न केवल सन्मार्ग पर ले चलने,बल्कि जीवन के समृद्धि के मार्ग पर अग्रसर करने की प्रेरणा प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, श्रीरामकृतु में प्रभु का नाम है। लेखन के माध्यम से प्रभु के 28 करोड़ नाम को संरक्षित कर हम पुण्य के भागी बन सकते हैं।
जगद्गुरु रामानुजाचार्यस्वामी श्रीधराचार्य जी महाराज को बधाई देते हुए योगी ने कहा कि राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के पूर्व अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए उन्होंने (जगदगुरु) भव्य धर्मशाला एवं अतिथिशाला का निर्माण कराया, हर आश्रम को ऐसा करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सरकार यहां बुनियादी सुविधाओं के लिए बेहतरीन कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बिजली की लागत को कम करने के लिए सौर पैनलों का उपयोग किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूर्यवंश की राजधानी को सौर शहर के रूप में विकसित करने में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की मंशा के अनुरूप कार्य को गति देने में सफलता प्राप्त होगी।
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के मणिराम दास छावनी में महंत नृत्य गोपाल दास (श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष) से भी मुलाकात की और उनसे श्री राम मंदिर के निर्माण पर चर्चा की। बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने उनके स्वास्थ्य की भी जानकारी ली।



स्टोरी शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Pin It on Pinterest

Advertisements