केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) के तहत आने वाला केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है और मुख्य रूप से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) को कानून और व्यवस्था बनाए रखने और विद्रोहियों का मुकाबला करने के लिए पुलिस संचालन में सहायता करता है। केंद्रीय अर्धसैनिक बल के पास 6,000 से अधिक कर्मियों का एक विशेष वीआईपी सुरक्षा (वीएस) विंग है, जो वर्तमान में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और बिजनेस टाइकून मुकेश अंबानी और गौतम अडानी सहित 110 वीवीआईपी की सुरक्षा करता है।
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देश का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल अब अपने वीआईपी सुरक्षा इकाई कमांडो के विभिन्न मानसिक स्वास्थ्य मापदंडों का विश्लेषण करने के लिए एक पेशेवर मनोवैज्ञानिक को नियुक्त करने की मांग कर रहा है। सीआरपीएफ की तरफ से 1 फरवरी को इस संबंध में नोटिस भी जारी कर दिया गया है। सीआरपीएफ के एक नोटिस के अनुसार उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त भारतीय या विदेशी विश्वविद्यालय से क्लिनिकल साइकोलॉजी या एप्लाइड साइकोलॉजी में डिग्री होनी चाहिए। आवेदक की आयु 40 वर्ष से कम होनी चाहिए और उक्त विषय में पीएचडी और एक अभ्यास मनोवैज्ञानिक के रूप में तीन साल का कार्य अनुभव होना चाहिए। मासिक पारिश्रमिक लगभग 50,000-60,000 होगा।
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गौरतलब है कि ओडिशा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे नव किशोर दास की कथित तौर पर असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ओडिशा में मंत्री को मारने वाले पुलिसकर्मी का बाइपोलर डिसऑर्ड का इलाज जारी था। रिपोर्ट के मुताबिक आगामी चुनावी माहौल को देखते हुए सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियों में इजाफा होगा। इसके चलते नई पहल की शुरुआत कर दी गई है।