राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) के तत्वावधान में एक निजी कंपनी ने जैसलमेर की सम ढाणी में मंगलवार को हेलीकॉप्टर जॉयराइड सेवा की शुरुआत की। यहां आने वाले सैलानी अब जैसलमेर में हेलीकॉप्टर जॉयराइड का लुत्फ उठा सकेंगे।
अल्पसंख्यक मामलात विभाग के मंत्री शाले मोहम्मद ने इस अवसर पर कहा कि राजस्थान पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र है। उन्होंने कहा कि यहां पर पर्यटकों के लिए विविधताएं उपलब्ध हैं जिनका वे लुत्फ उठा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जैसलमेर की पर्यटन क्षेत्र में अलग पहचान है एवं पर्यटकों में जैसलमेर को लेकर अलग ही उत्साह देखने को मिलता है।
पर्यटन राज्यमंत्री मुरारीलाल मीणा ने आरटीडीसी के नवाचारों की सराहना करते हुए कहा कि राजस्थान में पर्यटन के लिए अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि यह जॉयराइड ऐतिहासिक साबित होगी।
निगम के चेयरमैन धर्मेन्द्र राठौड़ ने इस अवसर पर कहा कि अभी प्रायोगिक तौर पर सम ढाणी जैसलमेर से हेलीकॉप्टर जॉयराइड प्रारम्भ की गई है, इसकी आशातीत सफलता के बाद राजस्थान के अन्य पर्यटन स्थलों को जोड़ते हुए हवाई मार्ग द्वारा पर्यटन सर्किट बनाने की महत्वाकांक्षी योजना है।
उन्होंने कहा कि इस पर्यटन सर्किट में धार्मिक, वाइल्ड लाइफ एवं हैरिटेज सर्किट बनाए जाएंगे जिससे देशी-विदेशी पर्यटकों को कम समय में अधिक पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने की सुविधा मिलेगी।
राठौड़ ने बताया कि हेलीकॉप्टर जॉयराइड के लिए न्यूनतम टिकट दर 7000 रुपए प्रति पर्यटक रखी गई है। उनके अनुसार प्रतिदिन अधिकतम 40 उड़ानों के माध्यम से लगभग 200 पर्यटकों को जॉयराइड सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी। उनका कहना था कि यह जॉयराइड दो स्लॉट क्रमश:5 मिनट एवं 15 मिनट के पैकेज में उपलब्ध होगी।