Collegium System को लेकर बोले CJI चंद्रचूड़, हम धारणाओं के अंतर के लिए हैं बाध्य, कानून मंत्री के साथ…

स्टोरी शेयर करें


इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बोलते हुए कोलेजियम सिस्टम पर सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा, हम नियुक्तियां करते समय योग्यता, पिछले निर्णयों को देखते हैं। हमें भारतीय न्यायपालिका का आधुनिकीकरण करने की आवश्यकता है, हम पहले से ही अदालती कार्यवाही का सीधा प्रसारण कर रहे हैं। CJI डी वाई चंद्रचूड़ ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2023 में कहा, हम निर्णयों के अनुवाद के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग का उपयोग कर सकते हैं। अदालती कार्यवाही के दौरान अंग्रेजी के इस्तेमाल पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, “हमें उन भाषाओं में लोगों तक पहुंचने की जरूरत है जो वे समझते हैं।

इसे भी पढ़ें: Yes Milord! 5 दिन और बढ़ी सिसोदिया की रिमांड, शिवसेना विवाद पर फैसला सुरक्षित, जानें इस हफ्ते कोर्ट में क्या कुछ हुआ

भारत के मुख्य न्यायाधीश ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2023 में बोलते हुए कहा कि “मामलों का बैकलॉग न्यायपालिका में लोगों के विश्वास को दर्शाता है, लेकिन हमें इसे कम करने की आवश्यकता है। इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2023 में सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा, मेरे लिए न्याय सिर्फ एक संप्रभु कार्य नहीं है, बल्कि यह एक आवश्यक सेवा भी है जो हम अपने नागरिकों को प्रदान करते हैं। भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई), डी वाई चंद्रचूड़, ‘जस्टिस इन द बैलेंस: माय आइडिया ऑफ इंडिया’ में बोल रहे थे। इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2023 में ‘लोकतंत्र में शक्तियों के पृथक्करण का महत्व’। 
सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को कहा कि मैं कानून मंत्री के साथ मुद्दों में शामिल नहीं होना चाहता, हम धारणाओं में अंतर के लिए बाध्य हैं। 



स्टोरी शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Pin It on Pinterest

Advertisements
%d bloggers like this: