सनसनीखेज सौर घोटाले की मुख्य आरोपी महिला द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो द्वारा दोषमुक्त करार दिये जाने के बाद केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने बुधवार को कहा कि उनका सार्वजनिक जीवन जनता के लिए सदैव एक खुली किताब रहा है।
चांडी ने कहा कि वह कभी भी जांच के परिणाम को लेकर चिंतित नहीं हुए क्योंकि उनका हमेशा से विश्वास रहा है कि सत्य को छिपाया नहीं जा सकता।
बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में फिलहाल इलाज करा रहे चांडी ने यहां अपने बयान में कहा कि उन्हें सौर घोटाले की जांच कर रही किसी एजेंसी के खिलाफ कोई आपत्ति नहीं थी।
यौन उत्पीड़न मामले में सीबीआई की ओर से खुद को मिली क्लीन चिट पर चांडी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘ मेरा सार्वजनिक जीवन हमेशा से एक खुली किताब रहा है। मैंने अपनी अंतरआत्मा के खिलाफ कुछ भी नहीं किया। मैंने लोगों से कुछ भी छिपाने का प्रयास नहीं किया।’’
वाम सरकार की आलोचना करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि मामले की जांच का जिम्मा केंद्रीय एजेंसी को देने के पीछे की इसकी मंशा सवालों के घेरे में है। उन्होंने कहा कि बगैर पुलिस रिपोर्ट लिये और अपराधा शाखा की रिपोर्ट की समीक्षा किये बिना जांच का जिम्मा केंद्रीय एजेंसी को सौंप दिया गया।
उन्होंने कहा कि यह अब भी नहीं पता चल पाया है कि पिनराई विजयन सरकार ने सीबीआई जांच का आदेश दिया था या नहीं, क्योंकि उन्हें राज्य पुलिस की जांच में कोई विश्वास नहीं था।
सीबीआई ने भाजपा नेता और केंद्रीय हज कमेटी के अध्यक्ष ए पी अब्दुल्लाकुट्टी को भी यौन शोषण की शिकायत के इस मामले में क्लीन चिट दी है।
पूर्व कांग्रेस नेता अब्दुल्लाकुट्टी ने कहा कि मौजूदा घटनाक्रम पर कहने के लिए उनके पास उस वाक्य के अलावा और कुछ नहीं है जिसे उन्होंने विवाद के समय कहा था। अब्दुल्लाकुट्टी ने फेसबुक पेज पर लिखा, ‘‘अंत में सत्य की विजय हुई…यह एक राहत है।