केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को यहां प्रभावशाली आदिचुंचनागिरि मठ के पुख्य पुजारी निर्मलानंदनाथ स्वामी जी से भेंट की।
पुराने मैसुरु क्षेत्र में स्थित इस मठ को खासकर प्रभावशाली वोक्कालिगा समुदाय के बीच बड़े सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।
शाह के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कतील , पार्टी महासचिव सी टी रवि और राजस्व मंत्री आर अशोक जैसे कई नेता थे।
निर्मलानंदनाथ स्वामी जी से अमित शाह की यह भेंट इसलिए भी बहुत मायने रखती है कि भाजपा 2023 के विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने के लिए इस क्षेत्र पर ध्यान दे रही है।
पार्टी वोक्कालिगा बहुल पुराने मैसुरु क्षेत्र में कमजोर मानी जाती है।
विधानसभा चुनाव के दहलीज पर खड़े कर्नाटक में पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करते हुए शाह ने शुक्रवार को मांड्या में एक जनसभा को संबोधित किया तथा कांग्रेस एवं जनता दल सेकुलर (जदएस) को ‘परिवारवादी’ एवं ‘भ्रष्ट’ बताया। उन्होंने पुराने मैसुरु क्षेत्र के लोगों से भाजपा का समर्थन करने का आह्वान किया।
उन्होंने पार्टी नेताओं से भी आह्वान किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि भाजपा इस क्षेत्र में ‘नंबर वन पार्टी’ बनकर उभरे।
पुराना मैसुरु क्षेत्र काफी हद तक जदएस का गढ़ माना जाता है जहां कांग्रेस भी मजबूत है। भाजपा वहां अपना पैर जमाने का जतन कर रही है। इस क्षेत्र में मांड्या, मैसुरु, हासन, तुमकुरु, चामराजनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, कोलार और चिक्कबलपुर जैसे जिले है।
अमित शाह की यह यात्रा इस मायने में भी अहम हो गयी है कि राज्य मंत्रिमंडल ने हाल में वोक्कालिगा और लिंगायत के लिए दो नयी ओबीसी श्रेणियां बनायी हैं।